विकृतियों से बचने और निर्णय लेने की सीख देते हैं शतरंज के मोहरे: अनूप लाठर
नई दिल्ली, 18 मार्च।
अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय शतरंज (महिला) टूर्नामेंट 2024-25 का आयोजन दिल्ली विश्वविद्यालय में किया जा रहा है। टूर्नामेंट का शुभारंभ 18 मार्च को दिल्ली विश्वविद्यालय के खेल परिसर स्थित मल्टी पर्प्ज हाल में हुआ। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय कल्चर काउंसिल के चेयरपर्सन एवं पीआरओ अनूप लाठर मुख्य अतिथि एवं दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स के प्रिंसिपल प्रो. राजीव चोपड़ा विशिष्ट अतिथि थे। इस टूर्नामेंट में देशभर से 16 विश्वविद्यालयों की टीमें भाग ले रही है।
टूर्नामेंट के शुभारंभ अवसर पर संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अनूप लाठर ने कहा कि शतरंज के मोहरों की चाल जीवन में हर तरह की विकृतियों से बचने और निर्णय लेने की सीख देती है। खिलाड़ियों के साथ अपने कॉलेज जीवन के अनुभवों को सांझा करते हुए अनूप लाठर ने कहा कि खेल हमारे अंदर भविष्य में निर्णय लेने की क्षमता विकसित करते हैं। उन्होंने कहा कि हम खेल खेलते हैं, खेलों से सीखते हैं और उस सीख से जीतते हैं। इसके साथ ही उन्होंने शतरंज के मोहरों की चाल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि शतरंज एक विलक्षण खेल है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को पूरी लगन से खेलने की प्रेरणा देते हुए शुभकामनाएँ भी दी। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रो. राजीव चोपड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि खिलाड़ी कभी लूजर नहीं होता, एक हारेगा तो दूसरा जीतेगा। उन्होंने टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आप सभी विजेता हैं। गौरतलब है कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू), नई दिल्ली द्वारा अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय शतरंज (महिला) टूर्नामेंट 2024-25 के आयोजन की जिम्मेदारी दिल्ली विश्वविद्यालय को सौंपी गई है। यह टूर्नामेंट 18 मार्च से 20 मार्च तक दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित होगा।
Image : Delhi University
डीयू के शारीरिक शिक्षा एवं खेल निदेशक डॉ अनिल कुमार कलकल ने बताया कि इस अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय शतरंज (महिला) टूर्नामेंट में 4 जोन से कुल 16 विश्वविद्यालय भाग ले रहे हैं। उत्तरी जोन से दिल्ली विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपी) और पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला हैं। पूर्वी जोन से एडमस विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग (छतीसगढ़), कलकत्ता विश्वविद्यालय तथा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर (छतीसगढ़) शामिल हैं। दक्षिणी जोन से मद्रास विश्वविद्यालय चेन्नई, अन्ना विश्वविद्यालय चेन्नई, भारथिअर विश्वविद्यालय (कोयंबटूर) तमिलनाडु और एसआरएम आईएसटी विश्वविद्यालय तमिलनाडु भाग ले रहे हैं। डॉ कलकल ने बताया कि पश्चिम जोन से डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी पुणे, मुंबई विश्वविद्यालय और महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय नासिक भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन 16 टीमों में शतरंज के 96 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।