नूतन ने संजीव कुमार को मारा था थप्पड़

 "संजीव कुमार उनके पैर की उंगली के नाखून के बराबर भी नहीं हैं। क्या समझते हैं वो? मैं उनके लिए अपने पति को छोड़ूंगी? मेरे पति बहुत शानदार पर्सनैलिटी के मालिक हैं।" एक्ट्रेस नूतन ने ये बात संजीव कुमार के बारे में एक इंटरव्यू में कही थी। वो इंटरव्यू नूतन जी ने स्टारडस्ट मैगज़ीन को साल 1972 में दिया था। जबकी संजीव कुमार को थप्पड़ उन्होंने मारा था साल 1970 की देवी फ़िल्म के सेट पर। वो पूरा घटनाक्रम और नूतन जी का उस पर क्या स्टैंड था, इस आर्टिकल में यही पूरा मामला जानेंगे। चूंकि आज नूतन जी की पुण्यतिथि है। साल 1991 की 21 फ़रवरी को नूतन जी का देहांत हुआ था।

                     


किसी शायर ने कहा है कि "वक्त लेता है करवटें कई। कोई हादसा यूं ही नहीं हो जाता।" संजीव कुमार और नूतन के बीच हुई कड़वाहट की नींव 1968 में पड़ गई थी। लेकिन उस वक्त वो कड़वाहट नहीं थी। ना ही इन दोनों दिग्गज एक्टर्स ने(खासतौर पर नूतन जी ने तो) सोचा भी था कि उनके बीच एक दिन ऐसी नौबत भी पैदा हो जाएगी। 1968 में नूतन जी ने पहली दफ़ा संजीव कुमार जी के साथ गौरी नाम की एक फ़िल्म में काम किया था। ए. भीमसिंह द्वारा निर्देशित गौरी में सुनील दत्त व मुमताज़ भी थे। 


नूतन जी ने स्टारडस्ट को दिए उस इंटरव्यू में कहा था कि गौरी में जब वो काम कर रही थी तब संजीव कुमार संग से उनकी बढ़िया दोस्ती हो गई थी। हालांकि सिर्फ़ दोस्ती हुई थी। वो संजीव कुमार को बहुत अच्छा दोस्त मानने लगी थी। लेकिन एक दिन उन्होंने कहीं पर एक आर्टिकल पढ़ा जिसमें लिखा गया था कि संजीव कुमार और नूतन के बीच कुछ चल रहा है। कुछ रोमांटिक सीन इन दोनों कलाकारों के बीच क्रिएट हो रहा है। नूतन जी को बड़ी निराशा हुई वो रिपोर्ट पढ़कर। क्योंकि उन्होंने कभी भी संजीव कुमार को एक दोस्त से अधिक कुछ नहीं माना था।


इंटरव्यू में नूतन जी ने कहा था,"पहली बार जब मैंने वो आर्टिकल पढ़ा तो मुझे गुस्सा नहीं, हंसी आई थी। मगर बाद में मुझे पता चला कि वो अफ़वाहें तो बहुत तेज़ी से और बड़ी गहराई से फ़ैल रही हैं। मुझे बहुत खराब लगा। मैं बहुत डिस्टर्ब हुई उन बातों को सुनकर। क्योंकि संजीव कुमार मेरे लिए सिर्फ़ एक को-स्टार थे, उससे ज़्यादा कुछ नहीं।" उन रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि संजीव कुमार और नूतन एक दूसरे को लेकर बहुत सीरियल हैं। और नूतन अपने पति को भी छोड़ने के लिए तैयार हैं। 


नूतन जी ने उस इंटरव्यू में एक शॉकिंग खुलासा भी किया था। नूतन जी ने कहा था कि संजीव कुमार ने जानबूझकर खुद ही वो अफ़वाहें उड़ाई थी। नूतन जी ने ये भी कहा था कि संजीव कुमार ये यहां तक कहा था कि नूतन ने उनके साथ रहना शुरू कर दिया है। और नूतन अपने बेटे रजनीश बहल की कस्टडी लेने की प्लानिंग कर रही हैं। नूतन जी ने कहा था,"संजीव कुमार ने ये कहा था कि हम दोनों ये सोचने लगे हैं कि मेरे बेटे मोहनीश की कस्टडी मुझे कैसे मिलेगी। बकवास। क्या सोचा था संजीव कुमार ने? मैं अपने पति उनके लिए अपने शानदार पति को छोड़ दूंगी। संजीव कुमार उनके पैर की उंगली के नाखून के बराबर भी नहीं हैं।"


नूतन जी ने उस दिन के घटनाक्रम का ज़िक्र भी किया था जिस दिन उन्होंने संजीव कुमार को थप्पड़ मारा था। नूतन जी ने बताया था कि क्यों वो संजीव कुमार पर हाथ उठाने के लिए मजबूर हुई थी। नूतन जी ने बताया था कि उन्होंने देवी फ़िल्म के सेट पर संजीव कुमार से उन सभी बातों के बारे में बात करने की कोशिश की। वो जानना चाहती थी कि संजीव कुमार ने मीडिया में वो सब झूठी बातें क्यों कही थी? लेकिन संजीव कुमार ने बात करने की बजाए उन्हें एटीट्यूड दिखाना शुरू कर दिया। संजीव कुमार ने उनसे बहुत भद्दा बर्ताव किया। इसलिए उन्होंने संजीव कुमार को थप्पड़ मारा था।


नूतन जी ने कहा था,"जब मैंने संजीव कुमार को आवाज़ दी तो वो ऐसे रुके जैसे कितने घमंड में हों। उनका वो स्टाइल देखकर मेरा खून खौल गया। मैंने उनसे बहुत आराम से कहा कि मुझे बात करनी है। लेकिन उन्होंने बहुत गंदे तरीके से एक कुर्सी की तरफ़ इशारा किया। जैसे वो कह रहे हों कि वहां जाओ और चुपचाप बैठ जाओ। बस वहीं मेरा सब्र टूट गया। मैंने एक ज़ोरदार तमाचा संजीव कुमार को मार दिया। मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था।" 


नूतन जी ने कहा था कि उन्हें एक नज़दीकी सोर्स ने सबूत के साथ ये जानकारी दी थी कि संजीव कुमार ने ही उनके बारे में ये बातें उड़ाई हैं। बकौल नूतन, उन्हें जिसने वो सारी खबर दी थी वो शख्स उस वक्त वहीं मौजूद था जब संजीव कुमार ने मीडिया के लोगों से नूतन और अपने बारे में वो सब बातें कही थी। संजीव कुमार ने मीडिया के लोगों से कहा था कि नूतन उनसे शादी करना चाहती हैं। और उनके साथ रह रही हैं।


उसी इंटरव्यू में नूतन जी से पूछा गया कि क्या उन्हें कभी अफ़सोस हुआ कि उन्होंने संजीव कुमार को थप्पड़ मारा था। इस पर नूतन जी ने जवाब दिया कि नहीं, उन्हें कभी इस बात का कोई पछतावा नहीं हुआ। हालांकि ये बातें भी उस वक्त कुछ पत्रकारों द्वारा कही गई थी कि संजीव कुमार को थप्पड़ मारने के बाद नूतन को पर्सनली व प्रोफेशनली काफ़ी नुकसान हुआ था। उनके फैंस उनसे खफ़ा हो गए थे। और कुछ फ़िल्में भी उनके हाथ से निकल गई थी। नूतन तब इसलिए परेशान थी कि सब ये बात तो कर रहे हैं कि नूतन ने संजीव कुमार को थप्पड़ मार दिया। लेकिन कोई भी ये नहीं जानना चाहता कि थप्पड़ मारा क्यों। 


नूतन जी ने कहा था कि उस वक्त उनके पति रजनीश बहल ने उनका बहुत सपोर्ट किया था। नूतन जी ने कहा था,"मैंने जो किया उसका मुझे कोई अफ़सोस नहीं है। मैं अपनी रेप्यूटेशन को किसी झूठ के चलते बर्बाद नहीं होने दे सकती थी। संजीव कुमार को कोई हक़ नहीं था मेरे बारे में झूठी बातें करके मुझे बदनाम करने का। थप्पड़ वाली उस घटना के बाद मैं परेशान थी काफ़ी। लेकिन मेरे पति ने मेरा साथ दिया। उन्होंने मुझे उस बुरे दौर में लड़ने की ताकत दी। जो सपोर्ट और केयर मुझे चाहिए थी वो मेरे पति ने मुझे दी। मेरे पति बहुत अच्छे इंसान है.

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