हंसराज कॉलेज में आयोजित हुई विजिलेंस जागरूकता संगोष्ठी
केवल भ्रष्टाचार से बचना ही नहीं है सतर्कता का अर्थ: प्रो. गजेंद्र सिंह
नई दिल्ली, 04 नवंबर।
दिल्ली विश्वविद्यालय के द्वारा हंसराज कॉलेज लाइब्रेरी के तत्वावधान में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के सहयोग से “सतर्कता-हमारी साझा ज़िम्मेदारी (Vigilance: Our Shared Responsibility)” विषय पर एक विजिलेंस जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन मंगलवार, 4 नवम्बर को कॉलेज के सेमिनार हॉल में हुआ। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि डीयू के चीफ विजिलेंस ऑफिसर प्रो. गजेंद्र सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. रमा द्वारा की गई। प्रो. गजेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सतर्कता का अर्थ केवल भ्रष्टाचार से बचना नहीं, बल्कि हर परिस्थिति में अपने नैतिक विवेक को जाग्रत रखना है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने हर निर्णय में सजगता और नैतिकता को सर्वोपरि रखें।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ. नरेन्द्र सिंह रावत और डॉ. मीतू जैन, ज्वाइंग जनरल मैनेजर, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. मीतू जैन ने उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि सतर्कता केवल एक प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, यह हमारे कार्य और आचरण की नैतिक प्रतिबद्धता है।” उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे पारदर्शिता, ईमानदारी और जिम्मेदारी को अपने जीवन और पेशेवर आचरण का हिस्सा बनाएं। संगोष्ठी के संचालन का दायित्व प्रभांशु ओझा ने निभाया। कार्यक्रम की रूपरेखा और समन्वय में डॉ. आर. सी. गर्ग, डॉ. बी. के. नेगी, शुभम ओझा तथा छात्र समन्वयक चिराग अग्रवाल का विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने भाग लिया।

