शैक्षणिक और शोध पहलों को सुगम बनाने के लिए DU और आईआईटी कानपुर के बीच हुआ समझौता

शैक्षणिक और शोध पहलों को सुगम बनाने के लिए DU और आईआईटी कानपुर के बीच हुआ समझौता


                          


दोनों संस्थानों के सहयोग से शैक्षणिक कार्यक्रमों के संचालन को सुदृढ़ बनाने में मिलेगी मदद: डॉ विकास गुप्ता 

नई दिल्ली, 29 सितंबर।

दिल्ली विश्वविद्यालय और आईआईटी कानपुर, फाउंडेशन फॉर एडवांस्ड कंटीन्यूइंग एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (आईएफएसीईटी) ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईसीटी अकादमी (ईआईसीटीए) कंसोर्टियम के अधिदेश के तहत कई शैक्षणिक और शोध पहलों को सुगम बनाने के लिए एक हब एंड स्पोक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस हस्ताक्षर समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय के ओर से रजिस्ट्रार डॉ विकास गुप्ता के साथ भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के अतिरिक्त निदेशक सुरेंद्र सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे। समझौता ज्ञापन दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईसीटी अकादमियों (ईआईसीटीए), आईआईटी कानपुर के मुख्य अन्वेषक प्रोफेसर बी वी फणी द्वारा हस्ताक्षर किए गए। 

                        


डीयू रजिस्ट्रार डॉ विकास गुप्ता ने बताया कि इस साझेदारी का उद्देश्य शैक्षणिक कार्यक्रमों के संचालन को सुदृढ़ करना और डीयू तथा ईआईसीटीए कंसोर्टियम, दोनों के प्रयासों को पारस्परिक रूप से सहयोग प्रदान करना है। इसके तहत आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, सीडैक और एनआईईएलआईटी जैसे प्रमुख संस्थानों में स्थापित 14 ईआईसीटीए कंसोर्टियम संस्थानों वाले कंसोर्टियम द्वारा डीयू से संबद्ध कॉलेजों के संकाय और छात्रों के कौशल में वृद्धि को सुगम बनाया जाएगा। इस समझौते के तहत विभागों और संबद्ध कॉलेजों के संकाय सदस्यों की पहचान और नामांकन डीयू द्वारा किया जाएगा और चयनित संकाय सदस्यों को ईआईसीटीए कंसोर्टियम द्वारा प्रस्तावित प्रति वर्ष कम से कम दो ऑनलाइन पाठ्यक्रम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा छात्र प्रशिक्षण के तहत विभागों और संबद्ध कॉलेजों के छात्रों को ईआईसीटीए कंसोर्टियम द्वारा प्रदान किए जाने वाले सालाना कम से कम दो ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह, अतिरिक्त निदेशक, एमईआईटीवाई; श्रीनिवास, सीईओ, आईएफएसीईटी; अनूप लाठर, चेयर पर्सन कल्चर काउंसिल; प्रोफेसर के. रत्नाबली, डीन अकादमिक; प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता, प्रमुख, कंप्यूटर विज्ञान विभाग आदि सहित डॉ. ओम पाल, एसोसिएट प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान विभाग; सुनीता मीना, वैज्ञानिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय; अरुण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय; डॉ. देवेंद्र सिंह, संयुक्त डीन अकादमिक; डॉ. उमा चौधरी, संयुक्त डीन अकादमिक और राजेंद्र थपलियाल, आईआईटी कानपुर विशिष्ट रूप से उपस्थिति रहे।

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