दिल्ली विश्वविद्यालय फाउंडेशन द्वारा अपने पहले 'समर्पण समारोह' का आयोजन
कार्यक्रम में माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान मुख्य अतिथि होंगे
2 जनवरी, 2025
दिल्ली विश्वविद्यालय फाउंडेशन, जो दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित सेक्शन 8, भारतीय कंपनी एक्ट 2013 के तहत एक गैर-लाभकारी कंपनी है। दिल्ली विश्वविद्यालय फाउंडेशन द्वारा अपने प्रथम ‘समर्पण समारोह’ का यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम दिनांक 04 जनवरी, 2025 को सुबह 10:00 बजे दिल्ली विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में आयोजित होने वाला है। इस समारोह में दानदाताओं द्वारा किये गए परोपकार और सामाजिक सेवा के प्रति उनके उत्कृष्ट कार्यों को एक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। यह गौरवपूर्ण आयोजन दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राएं, जो की अनाथ अथवा एकल अभिभावक की बेटियों को, और दृष्टिबाधित छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट वितरण का भी साक्षी बनेगा। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय को पूर्णतः समर्पित एक एम्बुलेंस का अनावरण एवं 'कमेमोरेटिव वॉल्यूम ऑफ़ डोनर्स क्रॉनिकल, 2024' का विमोचन भी किया जाएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय फाउंडेशन, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जिसे भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत स्थापित किया गया है। फाउंडेशन का प्राथमिक उद्देश्य धनराशि जुटाकर विश्वविद्यालय के लिए एंडोमेंट फण्ड बनाना है। इस फण्ड में सहायता राशि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों, परोपकारियों, संस्थानों, संघों, व्यावसायिक बिरादरी और कॉर्पोरेट घरानों से दान और धन के रूप में लिया जाता है। माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उनकी उपस्थिति शिक्षा को सशक्त बनाने और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देने में विश्वविद्यालय की पहल के महत्व को रेखांकित करती है। दिल्ली विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, प्रोफेसर योगेश सिंह जो कंपनी के अध्यक्ष हैं, वह कंपनी के निदेशक मंडल के सभी सदस्यों के साथ उपस्थित रहेंगे।
आयोजन की मुख्य झलकियाँ:
1. ‘सशक्त बेटी’ और ‘ई-दृष्टि’ परियोजनाओं के तहत लैपटॉप का वितरण
फाउंडेशन ने एक समावेशी और न्यायसंगत शैक्षिक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए, दिल्ली विश्वविद्यालय के घटक संकायों/विभागों/केंद्रों/कॉलेजों/संस्थानों के वंचित छात्र समुदायों के समर्थन और उत्थान के लिए समर्पित कई परियोजनाएं शुरू की हैं। प्रोजेक्ट सशक्त बेटी का लक्ष्य विश्वविद्यालय में पढ़ रही हैं उन छात्राओं को लैपटॉप प्रदान करके सशक्त बनाना है, जो या तो अनाथ हैं या 4 लाख रुपये से कम पारिवारिक आय वाली एकल अभिभावक की संतानें हैं। यह परियोजना न केवल दूरस्थ शिक्षा की सुविधा प्रदान करती है बल्कि डिजिटल साक्षरता को भी बढ़ाती है। प्रोजेक्ट ई-दृष्टि, दृष्टिबाधित छात्रों की सीखने और अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाने के लिए टैबलेट प्रदान करता है। इसे दृष्टिबाधित उपयोगकर्ताओं की पढ़ने, नोट लेने और डिजिटल सामग्री को नेविगेट करने जैसी अनूठी जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। लैपटॉप और टैबलेट 'समर्पण समारोह' के प्रथम आयोजन में वितरित किए जाएंगे जो छात्राओं और दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल डिजिटल समावेशिता और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के विश्वविद्यालय के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
2. दिल्ली विश्वविद्यालय एम्बुलेंस का शुभारंभ
दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा एक और मील का पत्थर चिह्नित करते हुए पूर्णतः सुसज्जित एम्बुलेंस सेवा का अनावरण करेगा जिसे एलआईसी गोल्डन जुबली फाउंडेशन द्वारा दान किया गया है। यह एम्बुलेंस सेवा दिल्ली विश्वविद्यालय के संकाय, कर्मचारियों और छात्रों के लिए बेहतर स्वास्थ्य देखभाल पहुंच और आपातकालीन प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगी। यह दान स्वास्थ्य और सुरक्षा बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए एलआईसी फाउंडेशन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह सभी के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण को बढ़ावा देने में एलआईसी और विश्वविद्यालय के बीच सहयोगात्मक भावना का उदाहरण देता है।
3. पुस्तक विमोचन: ‘कमेमोरेटिव वॉल्यूम ऑफ़ डोनर्स क्रॉनिकल, 2024'
यह विशेष प्रकाशन विश्वविद्यालय के सम्मानित दानदाताओं के योगदान और विरासत पर प्रकाश डालता है एवं उनके परोपकारी कार्यों, उत्कृष्टता की भावना को भी प्रदर्शित करता है। जिसके परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे को समृद्ध किया गया है। विश्वविद्यालय के विकास में योगदान देने वाले परोपकारी दानदाताओं और संगठनों को सम्मानित करने और समाज के प्रति उनके योगदान की मान्यता का जश्न मनाने के लिए, इस कार्यक्रम में सम्मानित दानदाताओं को भी सम्मानित किया जाएगा।
विशिष्ट अतिथिगण
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र, संस्थानों के प्रमुखों, विभिन्न संकायों के डीन, शिक्षण बिरादरी और परियोजना लाभार्थियों की उपस्थिति रहेगी। इसके साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय की महिला एवं दृष्टिबाधित छात्र भी कार्यक्रम का हिस्सा रहेंगे। उनकी भागीदारी विश्वविद्यालय और उसके विस्तारित समुदाय के बीच स्थायी बंधन को दर्शाती है। इस महत्वपूर्ण अवसर का जश्न मनाने और शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करने में हमारे साथ शामिल हों।