आज ब्रिटेन से आगे निकल चुका है भारत: प्रो. योगेश सिंह
78 वें स्वाधीनता दिवस पर दिल्ली विश्वविद्यालय में कुलपति ने किया ध्वजारोहण
नई दिल्ली, 15 अगस्त।
78 वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के 77 वर्षों में भारत ने बहुत तरक्की की है। हाल ही में भारत जिस बड़ी अर्थव्यवस्था से आगे निकल कर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है, वो ब्रिटेन है। कुलपति ने कहा कि आज भारत आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से ब्रिटेन से आगे निकल चुका है। प्रो. सिंह ने कहा कि यह वर्ष भारत को विकसित बनाने में मील का पत्थर साबित होगा और भारत की नींव को मजबूत करने का काम करेगा।
कुलपति ने अपने संबोधन में आगे कहा कि आज का दिन स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देने वाले और अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने का दिन है। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता से स्वतंत्रता तक बहुत अंतर है। देश स्वाधीन तो 15 अगस्त 1947 को हो गया था, लेकिन हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। पुराने जमाने से आ रहे ब्रिटिश क़ानूनों को बदलते हुए अभी एक जुलाई से पूरे देश में तीन नए कानून (भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 व भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023) लागू किए गए हैं।
कुलपति ने कहा कि अंग्रेजों के आने से पहले भारत दुनिया की अर्थव्यवस्था में 17% हिस्सा रखता था। पहले यहां से कच्चा माल निर्यात नहीं होता था, बल्कि तैयार माल बाहर जाता था। अंग्रेजों ने यहां के उद्योग धंधों को बंद करके कारखाने तो इंग्लैंड में लगाए और कच्चा माल यहां से भेजा जाने लगा। इसके साथ ही मजबूत केंद्रीय व्यवस्था की आवश्यकता का जिक्र करते हुए कुलपति ने कहा कि चाणक्य से लेकर डॉ बीआर अंबेडकर तक भारत के लिए मजबूत केंद्रीय व्यवस्था का सुझाव दिया गया है। कुलपति ने स्वतंत्र भारत के लिए मजबूत केंद्रीय व्यवस्था का प्रावधान करने के लिए डॉ अंबेडकर का आभार भी प्रकट किया। कुलपति ने अपने संबोधन के अंत में सभी उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए विकसित भारत अभियान में सभी अपनी-अपनी भूमिका तय करें और अपना-अपना योगदान दें।
इस समारोह के दौरान एनआईआरएफ़ रैंकिंग 2024 में डीयू व इसके कॉलेजों द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन के लिए डीन रैंकिन और विभिन्न कॉलेजों के प्रिंसिपलों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स ने परेड का प्रदर्शन किया। समारोह के अंत में दिल्ली विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर दक्षिणी दिल्ली परिसर के निदेशक प्रो. श्री प्रकाश सिंह, डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो. बलराम पाणी, एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो और रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता सहित डीन, विभागाध्यक्ष, अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी और अनेकों विद्यार्थी उपस्थित रहे।